भारत में डायबिटीज़ एक बढ़ती हुई बीमारी है और इसकी चपेट में पांच में 1 व्यक्ति आते जा रहे हैं। एक्सपर्ट की मानें तो इस दौरान खान-पान को लेकर बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है जिसका मरीज फॉलो भी करते हैं। लेकिन इनमें कई मरीज ऐसे हैं जो पनीर को लेकर परहेज करते हैं। पर सवाल ये है कि क्या वास्तव में पनीर से परहेज करना चाहिए तो आज हम आपको अपने इस लेख में इसी बारे में बताने जा रहे हैं।
दरअसल डायबिटीज़ के रोगियों के लिए कहीं भी पनीर की मनाही नहीं है। क्योंकि इसमें कैल्शियम प्रोटीन, विटामिन और फास्फोरस पाएं जाते हैं। पनीर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है और ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा पनीर खाने से डिप्रेशन भी दूर रहता है।
क्यों लाभकारी है पनीर
एक्सपर्ट के मुताबिक पनीर कैल्शियम का अच्छा सोर्स है। पनीर खाने में जितना स्वादिष्ट होता है वह सेहत के लिए भी अच्छा है। पनीर खाने के कई फायदे होते हैं।
पनीर में कैल्शियम प्रोटीन, विटामिन और फास्फोरस होता है जो शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने में मददगार है। यह दांतों और हड्डियों के लिए अच्छा माना जाता है।
कई और भी हैं पनीर के फायदे
पनीर दूध से बनता है। पनीर का इस्तेमाल आप कई तरह से कर सकते है। पनीर से कई तरह की सब्जियां बनाई जाती हैं।
कैंसर में लाभकारी
कई शोधों में साबित हो चूका है कि पनीर का इस्तेमाल कैंसर की बीमारी के लिए फायदेमंद होता है। यह भरपूर प्रोटीन से लैस होचा है। जो कि ब्रैस्ट कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने का काम करता है।
गठिया के रोगों में
अगर शरीर को सही मात्रा में पोषण न मिले तो इससे शरीर कमजोर पड़ने लगता है। जिसकी वजह से शरीर में दर्द बढ़ता है और फिर ये धीरे-धीरे गठिया का रूप ले लेता है। लिहाजा अगर गठिया से बचना है तो पनीर का सेवन करना चाहिए।
ब्लडप्रेशर को रखता है दूरूस्त
अगर आप ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको पनीर का सेवन करना चाहिए। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसके अलावा यह मसल्स बनाने में भी काफी लाभकारी है। यह व्यक्ति के डिप्रेशन को भी दूर करने में मददगार होता है।
पेट के लिए लाभकारी
न्यूट्रीशन एक्सपर्ट के मुताबिक अगर कोई पेट की समस्या से परेशान है तो उसे पनीर का सेवन करना चाहिए। इससे पाचन तंत्र सही रहता है। क्योंकि पनीर में फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है।
हालांकि आपको बताते चलें कि हम किसी भी प्रकार की वस्तु से किसी भी प्रकार के बीमारी के पूर्णतः नष्ट होने का दावा नहीं करते हैं। लिहाजा आप अपने डॉक्टर की समय समय पर सलाह लेते रहें और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें। आप अपने शुगर लेवल की जांच के लिए बीटओ के स्मार्टफोन ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।