सभी को पैरों में पसीना आता है, यह एक आम बात है। लेकिन पैरों में अधिक पसीना आना डायबटीज़ रोगियों के लिए चिंता का विषय बन जाता है।
पैरों से पसीना क्यों आता है?
जब ब्लड ग्लूकोस तेज़ी से नीचे गिरता है तो शरीर में उसका रियैक्शन होने के कारण पसीना आना व घबराहट होना आम बात है।
- हाइपरथाइरोइड
गर्दन में मौजूद इस ग्लैंड से हमारे दिमाग को सिग्नल जाता है जब भी पाचन शक्ति का उतार-चढ़ाव होता है।
- गर्मी
बाहर की गर्मी अक्सर अत्यअधिक पसीने का कारण बनती है। डायबटीज़ रोगी के लिए सनबर्न के कारण यह अधिक चिंताजनक है।
इससे और अधिक जटिलताएं हो सकती हैं:
- पैरों में फंगस
- पैरों में ज्यादा नमी कट्स और ज़ख्म को जन्म दे सकती है।
इससे कैसे बचें:
फंगस को दूर करने वाली जुराब खरीदें जिससे आपके पैर सूखे रहें और नमी बनाए रख कर पसीना सोख ले। यह जुराब बैक्टीरिया, फंगस और बाकी वाइरस को दूर कर नई त्वचा कोशिकाओं को जन्म देती हैं। इससे पैरों की त्वचा और लचीली रहती है।
इन जुराबों का मुलायम व हवा का संचारण करने वाला तत्व डायबटीज़ रोगी के लिए इन्हें बिल्कुल सुरक्षित बनाता है। हालांकि यह जुराब इनफेक्शन और पैरों की सम्सयाओं को ठीक करने में मदद करता है, ना कि उसे खत्म करता है।