डायबिटीज़ का सीधा सम्बन्ध हाई शुगर लेवल से है। डायबिटीज़ से जुड़ी डाइट या फिर डायबिटीज़ मैनेजमेंट में आमतौर पर कुछ तरीके और खान-पान में कई ज़रुरी चीज़े शामिल की जाती है, जिन से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है। हमारी डेली डाइट में शामिल कुछ ऐसी चीज़े हैं जो डायबिटीज़ को नियंत्रित करने वाले खाद्य पदार्थों की लिस्ट में आते हैं। जैसा कि, डायबिटीज़ में ऐसा खाना खाने की सलाह दी जाती है जिस में कार्ब की मात्र कम हो इसलिए डायबिटीज़ और हमारी डेली डाइट दोनों सीधे तौर पर एक दुसरे से जुड़ें है। अब अगर बात की जाए दालचीनी की, जो कि भारतीय मसालों का एक खास हिस्सा माना जाता है, तो इस लेख में, आप यह जानेंगे कि डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए दालचीनी के क्या फायदे है और क्या उन्हें इसे अपने खाने में शामिल करना चाहिए ?

वो चीजें, जो आप को अपने खाने की लिस्ट में शामिल करनी चाहिए
दालचीनी प्राचीन काल से ही अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है, दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए लाभदायक मानी जाती है। यह मांसपेशियों में ऐंठन, संक्रमण, सामान्य सर्दी और पुराने घावों के लिए भी प्रभावी है।
सेब का सिरका: यह दोनों प्रकार की डायबिटीज के लिए यानि डायबिटीज़ 1 और 2 के लिए बहुत फायदेमंद है और खास तौर पर पोस्टप्रेंडियल ( खाने के बाद) के ग्लूकोज के लिए।
चिया सीड्स: चिया सीड्स या फिर इस के तेल को एंटीऑक्सिडेंट और ओमेगा -3 के गुणों से भरपूर माना जाता है, जो इसे ऊर्जा का अच्छा स्रोत बनाता है। चिया सीड्स को सलाद से लेकर स्मूदी तक लगभग किसी भी चीज में मिलाया जा सकता है।
अलसी के बीज: ये ब्लड शुगर लेवल के फास्टिंग लेवल को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हीमोग्लोबिन के स्तर को सामान्य रखने में भी मदद करता है।
मसूर: मसूर फाइबर में भरपूर हैं – घुलनशील और अघुलनशील दोनों। इस का अघुलनशील फाइबर मल त्याग को नियंत्रित करने और कब्ज को रोकने में मदद करता है जबकि घुलनशील फाइबर हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।

दालचीनी के फायदे
अध्ययनों से पता चलता है कि डायबिटीज़ रोगियों के लिए आहार में दालचीनी कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल में सुधार करती है। जैसा कि टाइप 2 डायबिटीज़ में फास्टिंग ग्लूकोज लेवल को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है, और दालचीनी इस सम्बन्ध में लाभदायक मानी जाती है। साथ ही दालचीनी इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए जानी जाती है।
क्या दालचीनी डायबिटीज़ रोगियों के लिए सुरक्षित है ?
डायबिटीज़ को नियंत्रित करने के लिए दालचीनी को आहार में शामिल करना एक चर्चा का विषय है। कुछ इसे डायबिटीज़ रोगियों के लिए असुरक्षित कहते हैं। लेकिन ज्यादातर अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि दालचीनी डायबिटीज़ रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दावा किया है कि दालचीनी डायबिटीज़ में बार-बार भूख लगने की समस्या को कम करती है और शुगर लेवल को कम करने में भी एक एहम भूमिका निभाती है। इसके अलावा, रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम ) को बढ़ाने में भी मदद करती है। लेकिन यह ध्यान दे कि अगर आपको लिवर की समस्या है तो सावधान हो जाएं,क्योंकि दालचीनी में कुमेरिन होता है जो लीवर की समस्या को बढ़ा सकता है इसलिए बेहतर होगा कि डायबिटीज़ रोगी अपने खाने में दालचीनी को शामिल करने से पहले अपने हेल्थ कोच या किसी हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह ज़रूर ले ।
दालचीनी के इस्तेमाल के तरीके
- आप दालचीनी पाउडर अपने खाने में छिड़क कर खा सकते है।
- आप इसे अपनी ड्रिक (पेय पदार्थ) में शामिल कर सकते हैं या सिर्फ दालचीनी की चाय तैयार कर सकते है ।
- खाली पेट दालचीनी पाउडर का शहद के साथ सेवन कर सकते है।
अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज़ है तो आप को दालचीनी और साथ ही आप के खाने में शामिल होने वाली कुछ चीजों का आप के शुगर लेवल पर पड़ने वाले असर की लगातार जाँच और निगरानी करने की ज़रूररत है। ऐसे मामलों में अगर आप हमेशा ग्लूकोमीटर साथ रखते है तो बहुत मदद मिलती है। इसके अलावा, डायबिटीज़ नियंत्रण के लिए बेस्ट डाइट के बारे में अपने हेल्थ कोच से सलाह लेनी चाहिए है, कि क्या आप अपनी डायबिटीज़ डाइट में दालचीनी जैसे मसाले या कोई नई चीज़ को शामिल कर सकते हैं।