वर्तमान में बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति बढ़ती जागरूकता होने के बावजूद भी, सदियों से चली आ रही कुछ बातों का महत्व आज भी कायम हैं। इनमें से एक लोकप्रिय कहावत है कि: एन एप्पल अ डे, कीप्स द डॉक्टर अवे, यानि हर दिन एक सेब खाना हमें कई बीमारियों से बचा सकता है। जितना हम इस बात की गहराई में जाते हैं, यह सरल कहावत नए सिरे से प्रासंगिक हो जाती है, खासकर मधुमेह से ग्रसित लोगों के लिए।
मधुमेह प्रबंधन की चुनोतियों से निपटने वालों के लिए, खान-पान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। हमारे खाने में शामिल ऐसी चीज़ों को खोजना हमारी एक लगातार कोशिश बन जाती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखते हुए इच्छा को भी संतुष्ट कर सकें। इस खोज में, सादा सेब एक प्राकृतिक नुस्खे के तौर पर सामने आता है। सेब, एक ऐसा बहुमुखी फल है जो न सिर्फ स्वाद से भरपूर होता है बल्कि स्वास्थ्य से जुड़े ढेर सारे लाभ भी प्रदान करता है। यहां सेब के कुछ लाभ दिए गए हैं जो जिन को जान कर आप को बहुत मदद मिलेगी-

लाभ 1 – सेब का पोषण –ज़रूरी पोषक तत्वों का एक पावरहाउस
पॉलीफेनोल्स और फाइबर से भरपूर होने के अलावा, सेब में कई पोषक तत्व, खनिज और विटामिन होते हैं। एक सामान्य मध्यम आकार (लगभग 225 ग्राम) के सेब में 104 कैलोरी, 5 ग्राम फाइबर, 5% पोटेशियम और उतना ही प्रतिशत कॉपर होता है। इसमें ज़रूरी विटामिन जैसे विटामिन सी (दैनिक ज़रुरत का 10%) विटामिन के (दैनिक आवश्यकता का 4%) और वसा में घुलनशील डाईट्री सप्लीमेंट (आहार पूरक) शामिल होते हैं। लेकिन हमारी सब से बड़ी गलती ये है कि हम में से कई लोग सेब खाने से पहले उसका छिलका उतार देते हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि ऐसा करने से हम सेब का 50% से ज्यादा फाइबर और पॉलीफेनोल्स खो देते हैं।
लाभ 2 – प्रतिरक्षा(इम्युनिटी) को बढ़ावा देना – सेब एंटीऑक्सीडेंट के स्रोत के रूप में
जैसा कि ऊपर बताया गया है, कि सेब के छिलके फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और जिनमें से एक है “क्वेरसेटिन कंजुगेट”। सेब के अंदर के सफेद मुलायम हिस्से से, उस के छिलकों में एंटी-ऑक्सीडेटिव और बायो-एक्टिविटीज़ ज्यादा होते हैं। सेब का छिलका फाइटोकेमिकल एंटीऑक्सीडेंट का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो सर्दी और फ्लू जैसी मौसमी बीमारियों से लड़ता है। इम्युनिटी बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका सेब का जूस पीना है। इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है,कि सेब के रस के मुख्य फायदों में से एक इसकी वायरस के खिलाफ लड़ाई है।
लाभ 3 – हृदय स्वास्थ्य के लिए सेब
यह साबित हो चूका है कि सेब के छिलके में मौजूद फाइबर और फ्लेवोनोइड ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। जबकि घुलनशील फाइबर हृदय के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है, साथ ही इस में पाया जाने वाला पॉलीफेनोल्स की एंटी-ऑक्सीडेटिव गतिविधि सूजन और स्ट्रोक को कम करती है। हालाँकि सेब मौसमी हैं, लेकिन मौजूदा समय में यह पूरे साल उपलब्ध रहते हैं, इसलिए हर दिन एक मध्यम आकार का सेब खाने से हृदय संबंधी स्वास्थ्य में सुधार करने में काफी मदद मिल सकती है।
लाभ 4 – ब्लड शुगर नियंत्रण – सेब और मधुमेह प्रबंधन
हालाँकि टाइप-2 मधुमेह का इलाज लाल या हरे सेब के लाभों में से एक नहीं है, लेकिन इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स इसे मधुमेह वाले लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है। मीठा होने के बावजूद, इसका ब्लड शुगर लेवल पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है, कम से कम तुरंत बढ़ने के मामले में। इसके अलावा, सेब के नियमित सेवन से मधुमेह के बढ़ने का खतरा कम हो सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि हर हफ्ते सेब से भरी एक कटोरी खाने से मधुमेह के बढ़ने जोखिम 3% तक कम हो सकता है।
लाभ 5 – पाचन स्वास्थ्य – फाइबर युक्त सेब और आंत का स्वास्थ्य
सेब शरीर की अलग-अलग गतिविधियों को ट्रिगर करता हैं जो आंत के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। जबकि इस में मौजूद घुलनशील फाइबर (पेक्टिन) पाचन तंत्र को फिर से सुचारू करता है, इस में मौजूद स्वस्थ/अच्छे बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं, पनपते हैं और बहुगुणित(मल्टीपल) होते हैं। यह एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक तथ्य है कि अच्छे बैक्टीरिया कब्ज की समस्या को कम करते हैं और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग जैसी आंत संबंधी समस्याओं का समाधान करते हैं।
लाभ 6 – वजन प्रबंधन – तृप्ति और स्वस्थ स्नैकिंग के लिए सेब
सेब खाने के फायदे बहुत ज्यादा हैं इसलिए यह हर किसी का पसंदीदा फल होता है। आप जब भी पोषण विशेषज्ञों की आहार योजनाएं देखेगें तो आपको हमेशा एक सामान्य सामग्री मिलेग और वह है सेब। यहां तक कि मशहूर हस्तियां भी अपने वजन घटाने के लिए इस फल का सेवन करते हैं। सेब फाइबर से भरपूर होते हैं, खासकर जब उन्हें छिलके सहित खाया जाता है, और साथ ही इस में कैलोरी भी कम होती है। यह सामान्य दुष्प्रभावों के बिना वजन नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह लंबे समय तक इच्छा संतुष्टि की भावना प्रदान करता है और इसलिए हम बार-बार खाने की आदत से दूर रहता है।
लाभ 7 – हाइड्रेटेड और डिटोक्सीफाई
सेब की संरचना के बारे में कुछ तथ्य देखें। यह फल 80% पानी से बना होता है और इसमें क्लोरोजेनिक एसिड, कैटेचिन और फ्लोरिडज़िन जैसे फाइटोकेमिकल्स भी अलग-अलग मात्रा में होते हैं। ये मजबूत एंटीऑक्सिडेंट हैं जो मुक्त कणों (विषेले पदार्थों) को मारते हैं और इस तरह पाचन के साथ-साथ शरीर अन्य प्रणालियों को भी साफ करते हैं साथ ही शरीर के अंगो को नुकसान पहुँचने से भी रोकते हैं। इसमें कोई हैरानी नहीं कि सेब का सेवन हमें हमेशा हाइड्रेटेड और स्वस्थ महसूस कराता हैं।
लाभ 8 – हड्डियों का स्वास्थ्य – सेब और ऑस्टियोपोरोसिस के बीच संबंध
सेब में मौजूद विटामिन इसका मुख्य भाग ज़रूर है लेकिन इस के गुण केवल यही तक ही सीमित नहीं हैं। कई अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि सूखे सेब के छिलके हड्डियों के नुकसान को रोकने में काफी प्रभावी हैं, खासकर महिलाओं में, और वह भी रजोनिवृत्ति के बाद। इसका एक कारण सेब का सक्रिय घटक फ्लोरिडज़िन है। ऐसा माना जाता है कि यह फ्लेवोनोइड, एक एंटीऑक्सीडेंट, न केवल हड्डियों के घनत्व में सुधार करता है बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस की घटनाओं को भी धीमा करता है।
लाभ 9 – त्वचा का स्वास्थ्य – सेब में एंटीऑक्सीडेंट और कोलेजन उत्पादन
सेब के फलों के क्लासिक लाभों में से एक झुर्रीदार, रुखी और त्वचा पर पड़े धब्बो का निवारण करना है। जबकि इसके एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण त्वचा की उम्र बढ़ने से रोकते हैं, कोलेजन, एक रेशेदार स्क्लेरोप्रोटीन, मानव त्वचा को युवा रखते है। दिलचस्प बात यह है कि स्क्लेरोप्रोटीन न केवल हमारी त्वचा का निर्माण खंड है, बल्कि हमारे लिगामेंट, बाल और टेंडन(मांसपेशियों को हड्डी से जोड़ता है) का भी निर्माण करता है।
लाभ 10 – संभावित दुष्प्रभाव और एलर्जी – संयम और सावधानियां
हालाँकि, कम से कम व्यापक दृष्टिकोण से, सेब का कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं है, लेकिन इसे ज्यादा खाना हानिकारक हो सकता है। दूसरी ओर, अगर आपको कुछ फलों से एलर्जी है या आप का ब्लड शुगर लेवल ज्यादा है, तो सुनिश्चित करें कि आप सेब का सेवन करने से पहले अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें या आप इसे किसी दुसरे फल से बदल सकते हैं। साथ ही कस्टर्ड सेब के फायदे भी उतने ही प्रभावशाली हैं। याद रखें, सेब के ज्यादा सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और इसके कारण सूजन/कब्ज भी हो सकता है।
निष्कर्ष
हालाँकि सेब खाने से पहले उसका छिलका छीलने की सलाह दी जाती है, लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि इसके छिलके में बड़ी मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए, रसायनों, गंदगी और सूक्ष्मजीवों से छुटकारा पाने के लिए सेब को नमक के पानी से धोएं। सेब में अच्छाइयां समाहित हैं, और इसलिए, उपर्युक्त लाभों के लिए मध्यम मात्रा में इसका सेवन करना बहुत फायदेमंद है।
ध्यान दे :
नियमित आधार पर स्मार्टफोन से जुड़े ग्लूकोमीटर का उपयोग करके अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करना ज़रूरी है। अगर आपको इस बारे में कोई भी दुविधा है कि आपको किसी खास चीज़ का सेवन करना चाहिए या नहीं, तो आपको इसका सेवन करने से पहले और बाद में तुरंत शुगर की जांच करानी चाहिए।मधुमेह के खान-पान के सम्बन्ध में आपको हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य प्रशिक्षक से बात करनी चाहिए।