डायबिटीज (मधुमेह) की समस्या में पेट की चर्बी, शरीर के किसी भी दुसरे वसा से ज्यादा हानिकारक होती है क्योंकि यह इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ाती है। टाइप 2 डायबिटीज के मुख्य करने में से एक मोटापा है। इसलिए, यह आवश्यक हो जाता है कि आप अपना स्वस्थ वजन बनाए रखें।
स्वस्थ वजन बनाए रखने से आपको मधुमेह से जुड़ें खतरे, जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक आदि से बचने में भी मदद मिल सकती है। पेट की चर्बी से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है और इसलिए इससे हर कीमत पर बचना चाहिए।
आपके पेट की चर्बी को मापने का सबसे आसान तरीका आपके कूल्हे की हड्डी के ऊपर आपकी कमर की घेरे(सरकमफ्रेंस) को मापना है। यह आपको पेट के मोटापे और उस से जुड़े खतरे के बारे में जानने में भी मदद करेगा।

पेट की चर्बी से बचने के लिए हेल्थी खानपान रखे
पेट की चर्बी कम करने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने खाने सेअपने खानपान से प्रोसेस्ड फ़ूड (पैक खाना) को को हटा दें। उनमें प्रीजर्वेटिव (खाने को ख़राब होने से बचाने वाले) और सेहत के लिए हानिकारक वसा होता हैं, जो आपके शुगर लेवल के बढ़ने का मुख्य कारण होते हैं।
डायबिटीज की समस्या में आपको अपने खान – पान का खास ध्यान रखना चाहिए। डायबिटीज का खानपान फाइबर से भरपूर और कम कैलोरी वाला होना चाहिए। डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति को ऐसी चीज़े खाने की सलाह दी जाती है जिसमें कम कार्बोहाइड्रेट हो। अपने खान-पान में कुछ भी शामिल करने से पहले आपको हमेशा अपने हेल्थ कोच या डायटीशियन से कंसल्ट करनी चाहिए।
आपको कार्बोनेटेड सोडा और मीठे पदार्थों से बिल्कुल बचना चाहिए क्योंकि ये आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। आपको हर्बल चाय, इन्फ्यूज्ड वॉटर(फल, जड़ी बूटियों के अर्क से तैयार किया गया पानी) आदि जैसे पेय पदार्थों का चयन करना चाहिए।
पेट की चर्बी से बचने के लिए उच्च तीव्रता वाले व्यायाम
व्यायाम करना डायबिटीज और बिना डायबिटीज वाले दोनों प्रकार के लोगों के लिए फायदेमंद है। यह आपको मांसपेशियों की अकड़न से बचने,शरीर के लचीलेपन में सुधार करने और आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में भी मदद कर सकता है। नियमित कसरत करने से आपको अपने ह्रदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद मिल सकती है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और डायबिटीज की समस्या के लिए इसके कई लाभ हैं।
पेट की चर्बी से बचने का सबसे अच्छा तरीका व्यायाम है। उच्च तीव्रता वाले शारीरिक गतिविधि में शामिल होने से पेट की चर्बी से बचने में मदद मिलती है।
डायबिटीज में निम्नलिखित व्यायाम करने की सलाह दी जाती है-
- ओवरहेड प्रेस के लिए डम्बल स्क्वाट
- सिंगल-आर्म केबल पंक्ति में रिवर्स लंज
- डेडलिफ्ट
- इन्क्लाइन पुश अप
पेट की चर्बी और आपके तनाव का स्तर
तनाव के कारण भी पेट की चर्बी बढ़ सकती है। खुद को तनाव मुक्त रखने के लिए आप योग, ध्यान, अगरबत्ती जलाना, अपने दोस्तों के साथ हंसी-मजाक करना आदि कर सकते हैं। आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आप एक अच्छी और पूरी नींद लें। आपके तनाव के स्तर और आपके ब्लड शुगर लेवल के बीच सीधा संबंध है। बढ़ा हुआ तनाव आपके शुगर लेवल में बढ़ोतरी का कारण बन सकता है। इसलिए आपको हर समय तनाव मुक्त रहने की कोशिश करनी चाहिए।
मोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग आदि। पेट की चर्बी न केवल उन लोगों के लिए हानिकारक है जिन्हें डायबिटीज है, बल्कि यह स्वस्थ लोगों में डायबिटीज होने के खतरे को बढ़ा भी सकता है । स्वस्थ खान – पान, नियमित रूप से व्यायाम करने या खुद को तनाव मुक्त रखने जैसी रोजमर्रा की स्वस्थ दिनचर्या के माध्यम से ही आप पेट (आंत) की चर्बी के बढ़ने से बच पाएंगे।
डायबिटीज होने पर, यह ध्यान देना भी ज़रूरी है कि आप नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करें। जब आप को अपने शुगर लेवल के बारे में सही जानकारी होती है, तभी आप अपने हेल्थ कोच या एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से सलाह लेने के बाद अपने खान – पान और जीवनशैली को निर्धारित कर पाएंगे।