आमतौर पर डायबिटीज़ के लिए चीनी को जिम्मेदार माना जाता है, लेकिन यह कितना सही है? डायबिटीक एक्सपर्ट कई बार इसका खंडन कर चुके हैं और सबित कर चुके हैं कि प्रत्येक मीठी चीज नुकसानदायक नहीं होती है। अगर यह मीठा प्राकृतिक हो तो कोई खतरा नहीं होता है।
खतरा सिर्फ कृत्रिम रूप से मीठी चीजों से होता है, जिनमें खासतौर पर सोडा, डिब्बाबंद जूस या अन्य पेय पदार्थ आते हैं। हम इस लेख में इसी बात पर चर्चा करने जा रहे हैं कि सोडा या किसी भी प्रकार का कृत्रिम मीठा व्यक्ति के लिए कितना हानिकारक हो सकता है?
हाल ही में कनाडा में हुई एक स्टडी के बाद दावा किया गया है कि फ्रक्टोज शुगर वाले विभिन्न खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर के लेवल को प्रभावित करते हैं। इस स्टडी के बाद शोधकर्ताओं ने चेतावनी दिया है कि कृत्रिम रूप से मीठे पेय पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज़ का खतरा बढ़ा सकता है।
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त फ्रक्टोज के साथ ज्यादा इनेर्जी देने वाले और कम पोषक तत्वों से तैयार पेय ब्लड ग्लूकोज के लेवल को हानिकारक रूप से बढ़ा देते हैं। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि जिन खाद्य और पेय पदार्थों में प्राकृतिक रूप से फ्रक्टोज मौजूद होते हैं, उनमें कोई जोखिम नहीं होता है।
इनमें फल, सब्जियां, प्राकृतिक फलों के रस और शहद आदि शामिल होते हैं, जबकि मीठे पेय में जब अलग से फ्रक्टोज डालते हैं तो ये खून में पहुंचकर तेजी से ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देते हैं।
इस बारे में प्रमुख शोधकर्ता डॉ. जॉन सिवेनपाइपर ने कहा कि जब तक अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं होती है, तब तक सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों को पता होना चाहिए कि ब्लड ग्लूकोज पर फ्रक्टोज शुगर के हानिकारक प्रभाव इनेर्जी और खाद्य स्रोत के बीच होते हैं।
बेकरी पदार्थों से करें परहेज
अध्ययन के बाद लोगों को सलाह देते हुए एक्सपर्ट ने कहा कि कोल्ड ड्रिंक, नाश्ते की डिब्बाबंद चीजें, बेकरी उत्पाद, मीठे पकवान, इन सभी चीजों में अलग से चीनी डाली जाती है, इसलिए ये ज्यादा नुकसानदायक हैं। फ्रक्टोज शर्करा वाले अधिकांश खाद्य पदार्थों का तब तक रक्त ग्लूकोज के स्तर पर हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है, जब तक कि अतिरिक्त कैलोरी नहीं होती है।
क्या करें?
डायबीटिज़ के रोगियों में फलों का रस ग्लूकोज और इंसुलिन के नियंत्रण पर फायदेमंद असर डाल सकता है, लेकिन जिन खाद्य पदार्थों में पोषक तत्व कम होते हैं, वो ज्यादा हानिकारक हो सकते हैं। फलों की हाई फाइबर सामग्री ब्लड ग्लूकोज के लेवल में सुधार कर सकता है, क्योंकि यह शर्करा को धीरे-धीरे जारी करता है।
इसके अलावा डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों को अपनी दिनचर्या में बदलाव लाने के साथ-साथ नियमित व्यायाम, हेल्दी आहार और ब्लड शुगर लेवल की निगरानी भी बहुत आवश्यक होती है। डायबिटीज़ से पीड़ित व्यक्ति अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी के लिए बीटओ स्मार्टफोन ग्लूकोमीटर का भी उपयोग कर सकते हैं।