वीणा भारद्वाज
फोरेंसिक प्रयोगशाला में वैज्ञानिक,
34 साल, प्री-डायबिटिक
इन्होंने अपने शुगर में होने वाले उतार चढ़ाव और पीसीओएस को नियंत्रित किया

मिस वीणा भारद्वाज न केवल अपराध जांच के लिए फोरेंसिक रिपोर्ट बनाने वाली वैज्ञानिक हैं, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहली महिला अधिकारी भी हैं। वह रोजाना अपराध देखती है और कई बार उन की दिनचर्या बहुत व्यस्त रहती है।
“चाहे कोई भी तारीख या समय हो, अगर कुछ होता है तो आपको किसी भी केस के लिए जाना पड़ता है “
इन सबके बीच मिस वीणा के लिए अपनी प्री-डायबिटीज को मैनेज करना बहुत मुश्किल हो रहा था। दवाएँ लेने के बावजूद उनकी शुगर में उतार-चढ़ाव रहने लगा। उन्होंने एक के बाद एक कई समाधान आजमायें, फिर एक दिन उन्हें फेसबुक विज्ञापन में मैंने बीटो कर्व स्मार्टफ़ोन ग्लूकोमीटर ले बारे में देखा।
मेरे पिताजी को मधुमेह है. इसलिए मैं लंबे समय से मधुमेह से जुड़ी सावधानियां बरत रही हूं। मैं 24 साल की उम्र से नियमित शुगर जांच के लिए जाती हूं। हाल ही में मेरी शुगर में उतार-चढ़ाव शुरू हुआ। कभी-कभी शुगर लेवल बहुत ज्यादा होता था, कभी बहुत कम। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या खाऊं या क्या करूं। और फिर बीटो को पाना मेरे लिए एक बड़ी राहत थी।
अब मिस वीणा भारद्वाज बीटो की स्वास्थ्य प्रशिक्षक से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श लेती हैं, और नियमित रूप से अपनी शुगर की जांच के लिए बीटो कर्व का इस्तेमाल करती हैं।
एक रात मुझे बहुत चक्कर आ रहे थे. मैंने अपनी शुगर की जाँच की, वह 313 mg/dL थी। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ, मैं घबरा गयी थी, मैंने कुछ दवाएँ लीं और फिर सो गयी। अगली सुबह मुझे मेरे बीटो हेल्थ कोच का फोन आया। उन्होंने मुझे बताया कि प्री-डायबिटीज वाले लोगों को रात में इस तरह अचानक शुगर में उतार-चढ़ाव (शुगर-स्पाइक्स) हो सकता हैं। उन से बात कर के मुझे बहुत राहत मिली।
मिस वीणा का HbA1c 6% है। उन्होंने बीटो के साथ केवल 4 महीनों में अपनी शुगर में उतार – चढ़ाव होने और पीसीओएस को नियंत्रित कर लिया और वह भी बिना दवाओं के। स्वास्थ्य प्रशिक्षक की सलाह से मुझे बहुत मदद मिली। सबसे अच्छी बात यह थी कि उन्होंने मेरे मौजूदा खान – पान में ज्यादा बदलाव नहीं किये, बस मात्रा में बदलाव किया ताकि मुझे संतुलित और सही पोषण मिले।
वीणा अपने माता-पिता के साथ रहती है। वह अपने खाली समय में नई – नयी चीजें आज़माना पसंद करती हैं – चाहे वह डांस हो, खाना बनाना हो या कोई अन्य गतिविधि, साथ ही उन्हें अपनी बड़ी बहन के बच्चों के साथ खेलना सबसे ज्यादा पसंद है।
अब सिर्फ मैं ही नहीं, मेरे पिता भी बीटो कर्व ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल करते हैं। मैंने उन्हें अपनी बीटो आईडी पर जोड़ लिया है। वह अब रिटायर हो चुके हैं और उन्हें भी मधुमेह की समस्या हैं। मैं उन्हें हमेशा यह समझने में मदद करती हूं कि बीटो ऐप कैसे काम करता है।