BeatO की डायबिटीज केयर कोच
क्या आप इस बात को जान जाते हैं कि आप के खाने में शामिल होने वाली कोई भी चीज़, खास तौर पर “कार्बोहाइड्रेट” आपके शुगर लेवल पर कैसे असर डालता हैं, तो आप यह समझते हुए अपने हेल्थ कोच या डॉक्टर के साथ एक सही अनुमान लगा सकते हैं कि आप कब और क्या खा सकते हैं। मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए नारियल के क्या फायदे है यह जानने के लिए इस ब्लॉग को ज़रूर पढ़ें।
कोकोनट, जिसे नारीयल के नाम से भी जाना जाता है, यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अगर हम एक हेल्दी डाइट की बात करें तो, दूध, तेल और नारियल की मलाई सभी काफी सेहतमंद होते हैं। वास्तव में, नारियल का तेल, जो तापमान कम होने पर ठोस हो जाता है, खाना पकाने के लिए सब से अच्छा माना जाता है।

हालांकि, मीठे नारियल उत्पाद, जैसे कि बेकिंग में इस्तेमाल होने वाले लच्छे (फ्लैकस), मधुमेह वाले लोगों के लिए हेल्दी नहीं हैं इसलिए उन्हें इन के सेवन से बचना चाहिए।
नारियल के पोषण के रूप में लाभ:
नारियल में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले सैचुरेटेड फैट जैसे लॉरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है।
लॉरिक एसिड हमारे शरीर में “मोनोलॉरिन” में परिवर्तित हो जाता है, यह एक लाभकारी कंपाउंड (यौगिक) होता है जो रोग पैदा करने वाले कई जीवों को ख़त्म कर देता है।
नारियल का उपयोग सामान्य सर्दी और फ्लू जैसे वायरल संक्रमण से लड़ने के लिए फायदेमंद होता है।
नारियल में निम्नलिखित पोषक तत्व भी होते हैं,जो शरीर के लिए लाभकारी हो सकते हैं:
- विटामिन सी
- थायमिन (विटामिन बी1)
- फोलेट
- पोटैशियम
- मैंगनीज
- ताँबा
- सेलेनियम
- लोहा
- फास्फोरस
- पोटैशियम
नारियल में फाइबर :
नारियल फाइबर का एक असाधारण स्रोत है। यहाँ तक कि नारियल के फाइबर को उन लोगों के लिए कैप्सूल के रूप में पैक किया जाता है, जो अपने खाने में पर्याप्त मात्रा में फाइबर नहीं ले पाते है। ताजे नारियल के एक छोटे आकार के हिस्से में 4 ग्राम डाइट्री फाइबर होता है, जो आप की डेली डाइट का 16 प्रतिशत होता है।
तो यह कहा जा सकता है कि जो नारियल आपको आपके दिन के सिर्फ 2 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट के बदले इतना फाइबर देता है, वह निश्चित रूप से मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए एक स्मार्ट विकल्प है।
क्या मधुमेह से ग्रस्त लोग नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं?
इसका सेवन मधुमेह से ग्रस्त लोग बेझिझक कर सकते हैं. क्योंकि इससे ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिल सकती है. नारियल पानी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है. इसलिए भी यह मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद है.
साथ ही, नारियल पानी में विटामिन और खनिज भी होते हैं। इनमें लोहा, जस्ता, कैल्शियम, फास्फोरस, तांबा, मैंगनीज और महत्वपूर्ण अमीनो एसिड शामिल हो सकते हैं। यह व्यक्ति के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इस प्रकार नारियल पानी एक उत्कृष्ट पेय है।
ध्यान देने वाली कुछ बातें :
हमारे खाने में शामिल सभी चीजों की तरह, जब नारियल की भी बात आती है तो हमें कुछ बातों का ध्यान ज़रूर रखना चाहिए-
नारियल में फैट ज्यादा होता है, खास तौर पर “सैचुरेटेड फैट” (संतृप्त वसा) इसलिए अगर आप अपने बढ़े हुए वजन से जूझ रहे हैं, तब नारियल संयम से खाएं। साथ ही नारियल धीरे- धीरे पचता है जिस से यह आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद कर सकता है। इसका मतलब है कि अगर आप हल्का नाश्ता लेते है तो यह आप को वजन घटाने और अपनी शुगर मैनेज करने, दोनों में मदद करता है।
कम मात्रा में खाया जाने वाला ताजा नारियल मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए एक अच्छा आहार विकल्प है। अगर आपके पास ताजा नारियल नहीं है, तो लगभग 28-30 ग्राम सूखा नारियल भी ताजा नारियल के 2 इंच वर्ग के बराबर है।
ध्यान रखें, सुपरमार्केट के बेकिंग सेक्शन से नारियल के मिलने वाले किसी भी प्रोडक्ट को आप लेने से बचें, क्योंकि इसमें एडेड शुगर होती है जो कि आप के लिए हेल्दी नहीं होता है।
स्मार्ट निगरानी:
मधुमेह वाले और बिना मधुमेह वाले लोगों के लिए प्रति दिन 25 से 38 ग्राम फाइबर की सलाह दी जाती है। लेकिन हर बार फाइबर का सटीक और बिलकुल सही सेवन करना या खुद को और अपने पसंदीदा खाने से दूर रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
इसलिए, ऐसे में स्मार्टफोन ग्लूकोमीटर का उपयोग करके अपने ब्लड शुगर लेवल की नियमित जांच करने की सलाह दी जाती है। यह आपके ब्लड शुगर लेवल पर आपके खाने और जीवनशैली के प्रभाव को समझने में आपकी मदद करेगा।
इसके अलावा, यह सलाह दी जाती है कि अपने मधुमेह डाइट चार्ट में खाने की कोई भी नई चीज़ शामिल करने से पहले अपने हेल्थ कोच से सलाह ज़रूर ले, ताकि आप को उस के सेवन से स्वाद और फायदा दोनों मिले, न कि नुकसान ।