इन 5 उपायों को अपनाकर मधुमेह में भी खुल कर मनाएं गणेश चतुर्थी

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भगवान गणेश को ‘विघ्नहर्ता’ या बाधाओं को दूर करने वाला माना जाता है, और इसलिए, लोग कोई भी नया काम शुरू करने से पहले उनका आशीर्वाद ज़रूर लेते हैं। इस कारण, गणेश चतुर्थी भारत में सबसे प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है। उल्लास और मौज-मस्ती से लेकर मोदक जैसी मुंह में पानी लाने वाली मिठाइयों के साथ मनाया जाने वाला यह त्योहार भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। हालाँकि त्यौहार के दौरान किसी के भी अंदर खाने की इच्छा जाग सकती है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि इस से आप के स्वास्थ्य को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे, खास कर मधुमेह के मामले में। मिठाइयाँ खाने से शुगर लेवल बढ़ सकता है जिससे लम्बे समय की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए हमने गणेश चतुर्थी के दौरान मधुमेह को प्रबंधित करने के 5 आसान तरीकों की एक सूची तैयार की है-

1. भाग(पोर्शन) का आकार महत्वपूर्ण है

प्रभावी मधुमेह प्रबंधन की कुंजी हिस्से का आकार है, और यह सभी तरह के खाने पर लागू होता है। इसलिए, जब आप मिठाइयाँ या कुछ भी मीठा खा रहे हों, तो हिस्से के आकार का ध्यान रखें। ऐसा करने का एक तरीका है कि आप किसी के साथ मिठाइयाँ बाँट सकते है।

साथ ही त्योहार के दौरान आपकी मिठाइयों के बीच 4 घंटे का अंतर रखने की सलाह दी जाती है। यह न सिर्फ त्योहार के दौरान मधुमेह के प्रबंधन में मदद कर सकता है, बल्कि आपको मिठाइयों का ज्यादा सेवन करने से भी रोकता है।

2. प्राकृतिक चीनी से बनी स्वास्थ्यवर्धक मिठाइयाँ खाएँ

इस त्योहार का आनंद लेने का एक और तरीका यह है कि आप प्राकृतिक चीनी से बनी स्वास्थ्यवर्धक मिठाइयाँ खाएं। हालाँकि प्राकृतिक रूप में भी चीनी मधुमेह रोगियों के लिए सही नहीं है। लेकिन फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होने  के कारण यह प्रसंस्कत(प्रोसेस्ड) चीनी से बेहतर है। गुड़, खजूर या अंजीर से बने मोदक चीनी वाला मोदक का सही विकल्प हो सकते हैं।

गुड़ को आयरन से भरपूर माना जाता है और यह शरीर में मौजूद विषेले पदार्थों को साफ करने में मदद करता है। इसी तरह, अंजीर चीनी का एक और बेहतरीन विकल्प है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

3. अपने लंबे समय के लक्ष्यों को न भूलें

त्यौहार एक ऐसा समय होता है जब हम अक्सर अपने लंबे समय के स्वास्थ्य लक्ष्यों को भूल जाते हैं। इसलिए, त्योहारों के दौरान सावधान रहना और पूरे समय एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आपको प्रभावी मधुमेह प्रबंधन करने में मदद करेगा। उत्सव का बहाना बनाकर अपने वर्कआउट को न छोड़ें या अपने खाने के स्वस्थ विकल्पों को न छोड़ें। इसके बजाय, अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने के लिए त्योहार के दौरान ज्यादा व्यायाम करना सबसे अच्छा है।

यह समझना भी ज़रूरी है कि त्योहारों के दौरान अपने खाने के विकल्पों के बारे में आप का सोचना ही काफी नहीं हो सकता। अगर आप पूरे साल स्वस्थ जीवनशैली नहीं अपनाएंगे तो आपके लंबे समय के लक्ष्यों को पूरा करना संभव नहीं होगा।

4. स्वस्थ खायें

ऐसे बहुत से लोग हैं जो गणेश चतुर्थी के दौरान अस्वास्थ्यकर खाना खाते हैं। मोदक और पूड़ी-भाजी से लेकर आलू वड़ी और पूरन पोलि तक, इन पकवानों  से दूर रहना मुश्किल हो जाता है लेकिन अपने स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए स्वस्थ खाने का चयन करना और उनका सेवन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

ऐसा करने का एक तरीका यह है कि आप अपने अस्वास्थ्यकर भोजन को स्वस्थ भोजन से बदल दें। उदाहरण के लिए, अगर आप मिठाइयां खा रहे हैं, तो उन्हें स्वस्थ और पोष्टिक बनाने की कोशिश करें जैसा कि ऊपर बताया गया है, प्राकृतिक चीनी से बनी मिठाइयों का चयन करने से आपके ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रखा जा सकता है।

5. नियमित अंतराल पर अपने शुगर लेवल की जांच करें

सिर्फ इसलिए कि आप गणेश चतुर्थी का आनंद ले रहे हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने शुगर लेवल की जांच करें नहीं करेंगे। दरअसल, त्योहारों के दौरान आपके शुगर लेवल में अक्सर उतार-चढ़ाव हो सकता है। खाने से पहले और बाद में अपने शुगर लेवल के स्तर की जांच करने की सलाह दी जाती है जिस से ये पता चलता है कि आप उसके बाद मिठाई खा सकते हैं या नहीं।

गणेश चतुर्थी और मधुमेह प्रबंधन

अब जब आप त्योहार के दौरान मधुमेह के प्रबंधन के तरीके जान गए हैं, तो त्योहार को स्वस्थ बनाने के लिए यहां कुछ और सुझाव दिए गए हैं:

·         गणेश चतुर्थी के दौरान मोदक सबसे प्रमुख मिठाइयों में से एक है जिसे मधुमेह में खाया नहीं जा सकता। हालाँकि यह मिठाई भाप में पकाई जाती है, तली हुई नहीं, लेकिन इसे स्वास्थ्यवर्धक बनाने का एक तरीका चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करना है।

·         श्रीखंड या आलू की सब्जी के साथ खाने के लिए पूरियां बनाते समय इन्हें डीप फ्राई करने की बजाय बेक करने की सलाह दी जाती है।

·         महाराष्ट्र के सबसे खास व्यंजनों में से एक पूरन पोली है। नारियल, गुड़ और घी के साथ पीले या लाल चने से बना यह व्यंजन एक मीठी फ्लैटब्रेड है। इसे स्वास्थ्यवर्धक बनाने के लिए, आप गेहूं का आटा ले सकते हैं और घी की मात्रा कम कर सकते हैं।

·         जैसा कि ऊपर बताया गया है, गणेश चतुर्थी विघ्नहर्ता गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इसी तरह, आइए हम भी स्वास्थ्य के अपने लक्ष्य की दिशा में काम करें और एक सही मधुमेह प्रबंधन के साथ त्योहारों की ख़ुशी का खुल के आनंद लें।

ध्यान दे-

नियमित आधार पर स्मार्टफोन से जुड़े ग्लूकोमीटर का उपयोग करके अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। अगर आपको इस बारे में संदेह है कि आपको किसी खास चीज़ का सेवन करना चाहिए या नहीं, तो आपको इसका सेवन करने से पहले और बाद में तुरंत शुगर की जांच करानी चाहिए। मधुमेह होने के नाते, आप यह सुनिश्चित करके अपने पसंदीदा खाने का आनंद ले सकते हैं कि आप हिस्से के आकार(पोर्शन साइज़) को ध्यान में रखें। ज़्यादा सेवन से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। अपने चिकित्सक से इस बात पर चर्चा करना महत्वपूर्ण है कि खाने की कोई भी चीज़ आपके ब्लड शुगर लेवल को कैसे प्रभावित कर सकती है। अगर  आपको इस बारे में कोई संदेह है कि आप अपने मधुमेह के खान-पान में क्या शामिल कर सकते हैं, तो आपको हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य प्रशिक्षक से बात करनी चाहिए।

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Jyoti Arya

एक पेशेवर आर्टिकल राइटर के रूप में, ज्योति एक जिज्ञासु और स्व-प्रेरित कहानीकार हैं। इनका अनुभव चर्चा-योग्य फीचर लेख, ब्लॉग, समीक्षा आर्टिकल , ऑडियो पुस्तकें और हेल्थ आर्टिकल लिखने में काफ़ी पहले से है ।ज्योति अक्सर अपने विचारों को काग़ज़ पे लाने और सम्मोहक लेख तैयार करने में व्यस्त रहती हैं, और पढ़को को मंत्रमुग्ध करें देती हैं।