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शुगर लेवल करना है कण्ट्रोल तो जानिए तो जानिये नींबू के यह 5 फायदे

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हम सभी जानते हैं कि गर्मीयों के मौसम में चिलचिलाती गर्मी को मात देने के लिए नींबू एक बेहतरीन विकल्प है। लेकिन यह सिर्फ गर्मियों के मौसम में और पेय पदार्थो में ही इस्तेमाल नहीं होता है बल्कि इसके खट्टे स्वाद की ताजगी किसी भी खाने का स्वाद बढ़ा देती है, यहां तक कि उबली हुई सब्जियों और सलाद का भी। लेकिन क्या आप जानते है कि डायबिटीज में नींबू के क्या फायदे है? अगर नहीं, तो इस ब्लॉग में, हम नींबू के स्वास्थ्य लाभों और इसे अपने खाने में कैसे शामिल करें, इस पर चर्चा करेंगे।

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डायबिटीज में नींबू को खाने में शामिल करने की सलाह क्यों दी जाती है?

अगर आपको मधुमेह है, तो आप को अपने खाने में नींबू को शामिल करके निम्नलिखित लाभ मिल सकते हैं-

ब्लड शुगर लेवल को कम करता है: अध्ययनों से पता चला है कि डायबिटीज के खतरे और विटामिन सी के सेवन के स्तर के बीच एक मजबूत विपरीत संबंध है। इसलिए नींबू के साथ ही अन्य खट्टे फल भी डायबिटीज के बढ़ने के जोखिम को कम करते हैं।

हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है: खान -पान में फाइबर का सेवन बढ़ाना डायबिटीज की समस्या में हृदय रोग के जोखिम को कम करने का एक ज़रूरी पहलू है। नींबू के गूदे में 2.4 ग्राम फाइबर होता है, जो लगभग 9.6% डीवी है। साथ ही फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिस से आप को लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और आप ज्यादा खाने से बच सकते हैं।

पोटेशियम से भरपूर: पोटेशियम ब्लड प्रेशर लेवल को कम करने और दिल के दौरे या स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करता है। रिसर्चर ने यह दावा किया है कि पोटेशियम अतिरिक्त कैल्शियम निर्माण के कारण धमनियों की कठोरता को कम करने में मदद करता है। यह हमारे खाने में सोडियम के ज्यादा होने पर उस के प्रतिकूल प्रभावों को भी संतुलित करता है।

पाचन में मदद करता है और मल त्याग में सुधार करता है: एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्रोपेरेसिस दो प्रमुख पाचन समस्याएं हैं जिनका सामना आमतौर पर मधुमेह वाले लोग करते हैं। पेट की ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए नींबू पानी को एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है। खाली पेट नींबू पानी का सेवन मांसपेशियों के संकुचन को उत्तेजित करता है, आपके सिस्टम से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर करता है और आपके संपूर्ण पेट की देखभाल करता है।

पोषण आवश्यकताओं को पूरा करता है: नींबू कम वसा और कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ हैं जिसे सलाद में या खाने में किसी अन्य तरीके से शामिल करके इस के स्वाद का आनंद लिया जा सकता है।

यह भी पढ़ें: डायबिटीज़ और अंडे – क्या डायबिटीज़ में अंडे खाने चाहिए ?

डायबिटीज के खान -पान में नींबू को कैसे शामिल करें?

नींबू को निम्नलिखित तरीकों से अपने दैनिक खान -पान में शामिल किया जा सकता है-

नींबू का रस या गर्म नींबू पानी: खाली पेट नींबू के रस को गर्म पानी में मिला कर पीने से मेटाबोलिज्म और पाचन में सुधार करने में सहायता मिलती है।

सलाद के लिए कम कैलोरी वाली ड्रेसिंग या मेयोनेज़ के स्थान पर: आप ज्यादा कैलोरी वाले मेयोनेज़ या सलाद के एक स्वस्थ ड्रेसिंग विकल्प के रूप में नींबू के रस और जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ग्रिल्ड मांस, मछली या मुर्गे को नींबू के छिलके और रस से सीज करें: नींबू के छिलके और रस से ग्रिल्ड मांस, मछली या मुर्गे में तीखापन और स्वाद बढ़ जाता है।

कुछ सॉस के बजाय अपनी उबली हुई या भुनी हुई सब्जियों में नींबू का रस डालें: नींबू का रस सब्जियों में एक ताज़ा स्वाद जोड़ता है और यह ज्यादा कैलोरी वाली सॉस की जगह ले सकता है।

नींबू का सेवन करते समय आपको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

किसी भी प्राकृतिक उपचार की तरह नींबू के सेवन के समय भी संयम ज़रूरी है। नींबू का सेवन करने से पहले आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • नींबू का बहुत ज्यादा सेवन करने से सीने में जलन, दस्त और हल्की मतली हो सकती है।
  • नींबू का सेवन करने से पहले जांच कर लें कि इससे आप को कोई एलर्जी तो नहीं है।
  • नींबू की उच्च अम्लता दांतों के इनेमल को नष्ट कर सकती है।
  • कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन (पथरी) बनने के जोखिम वाले लोगों में नींबू से किडनी में स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है।
  • अगर आपको आयरन की अधिकता का खतरा है, तो नींबू का सेवन सीमित करना या उस से बचना ज़रूरी हो सकता है क्योंकि विटामिन सी आयरन के अवशोषण को बढ़ा सकता है। इस मामले में अपने डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
  • अंत में, नींबू आपके मधुमेह के खान -पान का एक लाभदायक हिस्सा बन सकता है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। अपने सम्पूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करते हुए इसके ताज़गी भरें स्वाद का आनंद लेने के लिए इसे विभिन्न तरीकों से अपने खाने में शामिल करें।

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Himani Maharshi

Himani Maharshi

हिमानी महर्षि, एक अनुभवी कंटेंट मार्केटिंग, ब्रांड मार्केटिंग और स्टडी अब्रॉड एक्सपर्ट हैं, इनमें अपने विचारों को शब्दों की माला में पिरोने का हुनर है। मिडिया संस्थानों और कंटेंट राइटिंग में 5+ वर्षों के अनुभव के साथ, उन्होंने मीडिया, शिक्षा और हेल्थकेयर में लगातार विकसित हो रहे परिदृश्यों को नेविगेट किया है।

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