Home  »  Blog  »  फ़ूड और न्यूट्रीशंस   »   तनाव से पाना चाहतें हैं राहत तो जानें दालचीनी के तेल के फायदे

तनाव से पाना चाहतें हैं राहत तो जानें दालचीनी के तेल के फायदे

981 0
health benefits of cinnamon oil
0
(0)

भारत को मसालों का देश ऐसे ही नहीं कहा जाता है। यहां इतने तमाम प्रकार के मसाले पाएं जाते हैं जिसका इस्तेमाल हम अलग अलग प्रकार से करते हैं। यहां के मसाले पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। इन्हीं मसालों में एक प्रमुख मसाला दालचीनी भी है। दालचीनी को हमने अक्सर अपने खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए और चाय को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया है। लेकिन दालचीनी का तेल आपके सेहत को और भी ज्यादा मजबूत बना देता हैं। दालचीनी का तेल हमारी कई बीमारियों का ध्यान रखता हैं। डायबिटीज हो या डिप्रेशन जैसी दिमागी बीमारी हो दालचीनी का तेल आपको हर तरह से फायदा पहुंचाता हैं। दालचीनी में फाइबर, आयरन, कैल्शियम और विटामिन K जैसे पोषक तत्व पाएं जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व मिलकर हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। आइए इस ब्लॉग के माध्यम से जानते है दालचीनी के तेल के फायदे और इससे जुड़ी अन्य जानकारियां जो हमारे सेहत के लिए लाभकारी होती हैं।

Free Doctor Consultation Blog Banner_1200_350_Hindi (1)

यह भी पढ़ें: दिमाग को करना है मजबूत तो जानें बादाम तेल के फायदे

दालचीनी के तेल में पाएं जाने वाले पोषक तत्व

दालचीनी के तेल के फायदे जानने से पहले इसमें पाएं जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में जान लेते हैं-

मैंगनीज

दालचीनी मैंगनीज का एक अच्छा स्रोत है। यह खनिज हड्डियों के स्वास्थ्य, ऊर्जा उत्पादन और मस्तिष्क समारोह के लिए महत्वपूर्ण है।

फाइबर

यह पाचन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और हृदय रोग और डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। दालचीनी में प्रति चम्मच 1 ग्राम फाइबर होता है।

आयरन

दालचीनी आयरन का एक अच्छा स्रोत है। यह खनिज लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है और ऑक्सीजन को शरीर में ले जाने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें: डायबिटीज के लिए रामबाण इलाज है स्पिरुलिना का सेवन, इन बीमारियों से भी है बचाता

विटामिन K

दालचीनी विटामिन K का एक अच्छा स्रोत है। यह खनिज रक्त के थक्के बनने और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

आगे की तालिका में दालचीनी के तेल में पाएं जाने वाले पोषक तत्वों का अनुमानित अनुपात बताया जा रहा है-

पोषक तत्व पाई जाने वाली मात्रा (प्रति 100 ग्राम में)
कैलोरी247 किलो कैलोरी
फैट1.79 ग्राम
सैचुरेटेड फैट0.12 ग्राम
अनसैचुरेटेड फैट1.67 ग्राम
पॉलीअनसैचुरेटेड फैट0.16 ग्राम
मोनोअनसैचुरेटेड फैट1.51 ग्राम
सोडियम1 मिलीग्राम
कार्बोहाइड्रेट3.06 ग्राम
फाइबर2.4 ग्राम
मैंगनीज0.82 मिलीग्राम
आयरन0.24 मिलीग्राम

यह भी पढ़ें: Chia seeds in hindi: कैंसर को रोकता है चिया सीड्स और आपको रखता है फिट

दालचीनी के तेल के फायदे

आइए विस्तार से जानते है प्याज के तेल के फायदे-

health benefits of cinnamon oil

डायबिटीज में फायदेमंद

डायबिटीज जैसी समस्या से गुजर रहे रोगियों को अपने शुगर लेवल को कम करने में काफी कठिनाई होती है। इसके लिए वह नए-नए नुस्खे का भी इस्तेमाल करते है। लेकिन क्या आप जानते है कि दालचीनी के तेल के फायदे में एक ऐसा राज छुपा है जो आपकी डायबिटीज जैसी समस्या में काफी मदद करता है। दालचीनी का तेल हमारे शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता जिसकी वजह से ब्लड का शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। यदि आप भी अपने डायबिटीज का समाधान ढूंढ रहे हैं तो आपको दालचीनी के तेल का उपयोग करना चाहिए।

बालों की ग्रोथ में फायदेमंद

यदि आप भी अपने टूटते बालों और अपने बालों की ग्रोथ को चिंतित है, तो आपके लिए दालचीनी के तेल का उपयोग काफी फायदेमंद होगा। दालचीनी का तेल ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे बालों तक पोषक तत्वों और ऑक्सीजन की डिलीवरी बेहतर हो सकती है। यह बालों की ग्रोथ को बढ़ावा दे सकता है और बालों के झड़ने को कम कर सकता है।

डिप्रेशन से लड़ने में मदद करें

आजकल काम के प्रेशर और फैमिली इश्यूज के चलते लोगों में स्ट्रेस जैसी स्थिति एक बहुत ही आम बात हो गई है। यही स्ट्रेस और आपकी अतिरिक्त चिंता आगे जाकर आपके डिप्रेशन का कारण बन जाता है। यदि आप भी किसी बात के चलते तनाव में रहते हैं, तो आपको भी दालचीनी के तेल का उपयोग करना चाहिए। यह तेल आपके स्ट्रेस लेवल को कम करके आपको एक बेहतर लाइफ देगा। दालचीनी का तेल आपके डिप्रेशन में कई प्रकार से लाभ पहुंचाता है।

यह भी पढ़ें: Vildagliptin 50 mg in Hindi: डायबिटीज मरीजों के लिए विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का इस्तेमाल क्यों है रामबाण?

गठिया के दर्द में आराम दिलाए

दालचीनी के तेल में एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही दालचीनी के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाया जाता हैं, जो जोड़ों में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह गठिया के दर्द और कठोरता को कम करने में मदद कर सकता है। दालचीनी के तेल का नियमित रूप से उपयोग सूजन और दर्द को कम करके जोड़ों की गतिशीलता और लचीलेपन में सुधार होता है।

दालचीनी के तेल का उपयोग कैसे करें

आप दालचीनी के तेल का उपयोग कई तरह से कर सकते हैं-

  • यदि आप अपने बालों को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो आप दालचीनी के तेल का उपयोग कई तरीके से कर सकते हैं। दालचीनी के तेल की कुछ बूंदों को अपने रेगुलर हेयर ऑयल के साथ मिलाकर स्कैल्प पर मालिश करें। कम से कम 15 मिनट के लिए धीरे से मालिश करें और फिर शैम्पू से धो लें।
  • आप दालचीनी के तेल का उपयोग हेयर मास्क के रूप में भी कर सकते हैं। दालचीनी के तेल को दही, शहद या एलोवेरा जैसी अन्य सामग्री के साथ मिलाकर हेयर मास्क बनाएं। अपने बालों और स्कैल्प पर लगाएं, 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर शैम्पू से धो लें।
  • अपनी स्किन को चमकदार बनाने के लिए दालचीनी के तेल की कुछ बूंदों को अपने मॉइस्चराइजर में मिलाकर चेहरे और शरीर पर लगा सकते हैं।
  • जोड़ों के दर्द से निपटने के लिए आप दालचीनी के तेल को हल्का सा गरम करके अपने घुटनों की मालिश कर सकते हैं जिससे आपको दर्द में काफी आराम मिलेगा।
  • दालचीनी के तेल की 10-15 बूंदों को 1 कप पानी में मिलाएं और इसका उपयोग फर्श, काउंटरटॉप्स और अन्य सतहों को साफ करने के लिए करें।

यह भी पढ़ें: गर्भावस्था के दौरान फॉलो करें इस खास शुगर डाइट चार्ट को

दालचीनी के तेल का उपयोग करते समय रखी जाने वाली सावधानियां

हमें दालचीनी के तेल का उपयोग करने के साथ कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखना चाहिए। यहां कुछ सावधानियां बताई जा रही हैं जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए-

  • यदि आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है, तो दालचीनी के तेल का उपयोग करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी पड़ेगी।
  • दालचीनी का तेल कुछ लोगों की स्किन पर जलन पैदा कर सकता है। यदि आपको भी इसी तरह की परेशानी होती है, तो आपको इसका उपयोग बंद कर देना चाहिए।
  • यदि आप प्रेगनेंट हैं, तो दालचीनी के तेल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। ऐसी स्थिति में आपको कुछ प्रतिकूल परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
  • ज्यादा मात्रा में दालचीनी के तेल का सेवन नहीं करना चाहिए। प्याज के तेल का अत्यधिक सेवन पेट में जलन और दस्त का कारण बन सकता है।
  • दालचीनी के तेल को आंखों में जाने से बचाना चाहिए ऐसी स्थिति में यह तेल आपकी आंखों में जलन पैदा कर सकता है।
  • यदि आप कोई खास दवा ले रहे हैं, तो दालचीनी के तेल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

उम्मीद करते है आपको हमारे इस ब्लॉग के माध्यम से दालचीनी के तेल के फायदे से जुड़ी सभी जानकारी मिल गई होगी। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही महत्पूर्ण जानकारी और एक सही डायबिटीज मैनेजमेंट के बारे में जानने के लिए BeatO के साथ बने रहिये।

अपने नॉन-वेरिफाइड ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल बंद करें और BeatO का चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित ग्लूकोमीटर किट अपनाएं और तुरंत अपने शुगर लेवल की जाँच करें। सही डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए BeatO डायबिटीज केयर प्रोग्राम का हिस्सा बनें।

डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

We are sorry that this post was not useful for you!

Let us improve this post!

Tell us how we can improve this post?

Prakhar Tiwari

Prakhar Tiwari

प्रखर एक एक्सपर्ट कंटेंट राइटर हैं जिन्हें रोचक खबरें लिखने का शौक है। ये विभिन्न विषयों पर लिख चुके हैं और नए रोमांचक विषयों के बारे में सीखने में दिलचस्पी रखते हैं। एक पेशेवर कंटेंट राइटर के रूप में इन्होंने यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए भी सराहनीय लेख लिखे हैं।

Leave a Reply

Index