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जामुन के फायदे- डायबिटीज से लेकर कई बीमारियों की होगी छुट्टी

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जामुन गहरे बैगनी रंग का एक छोटा सा फल है। ये सिर्फ देखने में छोटा होता है लेकिन जामुन खाने के फायदे बड़े फलों से भी ज़्यादा हैं। ये गर्मियों का एक ऐसा फल है जिसमें बहुत सारे गुण शामिल हैं। जामुन उन भारतीय फलों में से एक है, जिसके पोषक तत्‍वों को खजाना माना जाता है। साथ ही ये स्वाद में भी बेमिसाल है। हालाँकि, इसका स्वाद बहुत मीठा होने के साथ ही खट्टा और कसैला भी होता है। लेकिन इसका यही स्वाद इसे सब से अलग बनाता है जिसके चलते इसे बड़े ही शौक से खाना पसंद किया जाता है ।

जामुन में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, मैग्‍नीशियम, सोडियम, फॉस्‍फोरस, विटामिन सी, एंटीऑक्‍सीडेंट जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। कई ऐसे वैज्ञानिक शोध भी मिले हैं, जिसमें यह पाया गया है कि यह हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है। इस ब्लॉग में हम जामुन खाने के फायदे के बारे में जानेंगे साथ ही ये भी जानेंगे कि डायबिटीज में जामुन के फायदे कितने हैं।

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जामुन में मौजूद पोषक तत्व

जामुन वैसे तो एक छोटा सा फल होता है, लेकिन इस छोटे से फल में कई ऐसे गुण छुपे हुए है जो इसे आप के लिए सब से अच्छा विकल्प बनाते है। जामुन में कैल्शियम, आयरन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेड, फास्फोरस विटामिन ए, बी और सी समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इतना ही नहीं, जामुन डायबिटीज के रोगियों के लिए वरदान से कम नहीं है। डायबिटीज के मरीज जामुन खाने के बाद उसके बीज का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

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जामुन के फायदे

हीमोग्लोबिन में सुधार

जामुन के फायदे में सब से पहले आता है, इस का हीमोग्लोबिन में सुधार करने में मददगार होना। जामुन में विटामिन सी और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। जो आपके हीमोग्लोबिन काउंट को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस तरह से जामुन खाने से आपके शरीर में खून की कमी नहीं होती और जिस से आप स्वस्थ रहते हैं। साथ ही, जामुन में मौजूद आयरन ब्लड प्यूरीफायर का काम करता है।

डाइबिटीज़ रोकने में सहायक

जामुन के फायदे डाइबिटीज़ में बहुत होते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, इसलिए डायबिटीज जैसी बीमारी का सामना कर रहे लोगों के लिए इसका सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। डायबिटीज वाले लोगों को अपनी शुगर के कारण फलों का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है। इस फल में एंटी-डायबेटिक गुण होते है , ये शुगर लेवल को कंट्रोल करता है, इंसुलिन सेन्सिटिविटी बढ़ाता है । शुगर में बार-बार पेशाब आना और साथ ही ज़्यादा प्यास लगने की समस्या बहुत आम होती है, इस समस्या को कम करने के लिए जामुन की छाल, बीज और पत्तियों का इस्तेमाल भी किया जा सकता हैं।

स्किन के लिए फायदेमंद

आप मानो या ना मानो पर जामुन खाने के फायदे बहुत हैं। मज़ेदार बात तो ये है कि जामुन बाहरी तौर पर भी हमारे शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, इसके अलावा स्किन के लिए भी जामुन बहुत हेल्दी होता है। जामुन में कसैलापन भी होता हैं जो स्किन की हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते है। यह आपकी त्वचा को पिंपल्स, झुर्रियों, मुहासों और दाग-धब्बों से बचाता है। इसके अलावा जामुन में विटामिन सी भी पाया जाता है जिसमे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा को नरम बनाने और स्वास्थ में सुधार करने में मददगार होते हैं।

वजन घटाने में मददगार

जामुन फाइबर से भरपूर होता है और इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। इसमें विटामिन सी, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम और फोलिक एसिड भी पाया जाता है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यही कारण है कि जामुन वजन घटाने के लिए एक बेहतरीन फल माना जाता है। इसके अलावा फाइबर से भरपूर फल होने की वजह से जामुन पाचन के लिए भी बहुत बेहतर होता है। यही नहीं जामुन शरीर में वाटर रिटेंशन को भी कम करता है।

संक्रमण को रोकता है

जामुन के फायदे में इस के एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफेक्टिव और एंटी मलेरियल गुण भी शामिल हैं। ये आपको संक्रमण से बचने में मदद करता है। जामुन का फल मेलिक एसिड, गैलिक एसिड, टैनिन, ऑक्सालिक एसिड और बेटुलिनिक एसिड जैसे एसीड्स से भरा होता है। यही ऐसिड की प्रॉपर्टीस शरीर में इन्फेक्शन होने से बचाते हैं।

आँखों के लिए फायदेमंद

जामुन एक छोटा सा फल है लेकिन काम बड़े बड़े करता है। ये फल विटामिन सी से भरपूर है इसलिए ये आपकी आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है। यह आपके शरीर में कनेक्टिव टिशूज़ को बनाने और उनको दुरुस्त रखने में मदद करता है। इसमें आंखों के कॉर्निया में मौजूद कोलेजन भी शामिल है।

ओरल हेल्थ में मददगार

जामुन को एंटीबैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है। जामुन आपके ओरल हेल्थ को लाभ पहुंचा सकता है। ये आपके दांतों को इंफेक्शन और खराब बैक्टीरिया से बचाता है। जामुन मसूड़ों और दांतों के लिए फायदेमंद होता है। जामुन की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। जामुन मसूड़ों से निकलने वाले खून और इंफेक्शन को फैलने से रोकता है। आप जामुन की पत्तियों को सुखाकर और उनको पीस कर उससे ब्रश भी कर सकते हैं।

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जामुन की गुठली का इस्तेमाल

जामुन के फल के साथ ही इस की गुठली को हम इस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं-

  • जामुन की गुठली के ऊपरी छिलके को साफ करने के बाद, आप इसके हरे भाग को कच्चा भी खा सकते हैं।
  • इस हरे भाग को तेल में तलकर नमक के साथ भी खाया जा सकता है।
  • जामुन की गुठली को पीसकर इसे चटनी की तरह खा सकते हैं।
  • जामुन के बीज के ऊपरी छिलके को साफ करके इसको जूस के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • जामुन के बीज को धूप में सुखाने के बाद इसे पीसकर इसका पाउडर बना लें। अब इस पाउडर को पानी में मिलाकर पीने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

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जामुन फलों का जूस रेसिपी

फलों के रस के तौर पर जामुन का सेवन सबसे आसान चीजों में से एक है जो आप कर सकते हैं। यह सबसे अच्छे तरीकों में से एक है जिससे आप जामुन को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, खासकर अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं।

सर्विंग्स:2 कप

सामग्री

  • ¼ कप जामुन का गूदा
  • स्वादानुसार गुड़ पाउडर
  • 2 कप ठंडा पानी
  • एक बड़ी चुटकी काला नमक

बनाए की विधि-

  1. बीज से गूदा निकालकर शुरुआत करें
  2. सारे गूदे को एक ब्लेंडर में डालें
  3. गूदा, गुड़ पाउडर, ठंडा पानी और काला नमक मिलाना शुरू करें।
  4. मिठास के लिए गुड़ पाउडर की जगह आप शहद, चीनी या अपनी पसंद का कोई भी स्वीटनर इस्तेमाल कर सकते हैं
  5. बड़े गिलासों में डालें और तुरंत परोसें

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जामुन चिया पुडिंग रेसिपी

जामुन और चिया बीजों के इस्तेमाल कर के यह एक और आसान और बिना पकाए बनाई जाने वाली रेसिपी है जो स्वादिष्ट और सेहतमंद है।

सर्विंग्स:2

सामग्री

  • 10 बड़े जामुन
  • 2 बड़े चम्मच चिया बीज
  • शहद – आवश्यकतानुसार
  • 1.5 कप नारियल का दूध
  • पकवान को सजाने के लिए मेवे या बीज

बनाने की विधि –

  1. एक बड़ा कटोरा लें और उसमें चिया बीज, नारियल का दूध और शहद डालें। सभी सामग्रियों को अच्छे से मिलाने के लिए मिला लीजिए
  2. अब, मिश्रण को लगभग 4 घंटे तक या चिया बीजों के अच्छी तरह फूलने तक लगा रहने दें। आप इसे रात भर के लिए फ्रिज में भी रख सकते हैं
  3. फल का सारा गूदा निकाल कर उसकी प्यूरी बना लीजिये
  4. जामुन प्यूरी के एक भाग को चिया सीड मिश्रण के साथ मिलाएं और सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें
  5. चिया बीज मिश्रण का एक भाग एक गिलास या कटोरे में लें और उसके ऊपर थोड़ा सा जामुन फल की प्यूरी डालें।
  6. इसे अपनी पसंद के मेवों या बीजों से सजाएं
  7. दूसरी सर्विंग के लिए भी यही दोहराएं

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रशन- क्या हम रोजाना जामुन खा सकते हैं?

उत्तर- जी हाँ, आप रोजाना जामुन खा सकते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि एक दिन में कितने जामुन खाने चाहिए, तो कुछ जामुन या एक गिलास जामुन का रस पीने की सलाह दी जाती है।

प्रशन- क्या जामुन में विटामिन K होता है?

उत्तर- जी हाँ, जामुन में विटामिन K होता है, जो मसूड़ों से खून आने की समस्या से निपटने में मदद करता है।

प्रशन- क्या जामुन प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है?

उत्तर- जी हाँ, जामुन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट के कारण जामुन का रस इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद कर सकता है। जामुन में मौजूद विटामिन सी फ्री मॉलिक्यूल से लड़ता है और सेल्स को नुकसान पहुँचाने से रोकता है।

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निष्कर्ष

देखा आपने, जामुन के फायदे कितने हैं। जामुन को ‘देवताओं का फल’ कहा जाता है। यह मिनरल्स, विटामिनों और नुट्रिएंट्स से भरपूर होता है जो शरीर को कई तरह से मदद करता है। जामुन को अपने दैनिक खान-पान में शामिल करना आपके शरीर के लिए चमत्कारी हो सकता है। इसमें कोई शक नहीं कि गर्मियों के सबसे अच्छे फलों में से जामुन एक है। वैसे जामुन के सेवन से कुछ मामूली साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे कि बहुत ज्यादा जामुन का रस पिने से डायरिया हो सकता है। अगर आपको डाइबिटीज़ है तो जामुन खाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह कर लेना अच्छा होता है। हालांकि जामुन में प्राकृतिक मिठास होती है और इसमें कैलोरी भी कम होती है, इसलिए आमतौर पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।

उम्मीद है आपको इस ब्लॉग को पढ़ कर जामुन के फायदे के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही महत्पूर्ण जानकारी और एक सही डायबिटीज मैनेजमेंट के बारे में जानने के लिए BeatO के साथ बने रहिये।

अपने नॉन-वेरिफाइड ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल बंद करें और BeatO का चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित ग्लूकोमीटर किट अपनाएं और तुरंत अपने शुगर लेवल की जाँच करें। सही डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए BeatO डायबिटीज केयर प्रोग्राम का हिस्सा बनें।

डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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Jyoti Arya

Jyoti Arya

एक पेशेवर आर्टिकल राइटर के रूप में, ज्योति एक जिज्ञासु और स्व-प्रेरित कहानीकार हैं। इनका अनुभव चर्चा-योग्य फीचर लेख, ब्लॉग, समीक्षा आर्टिकल , ऑडियो पुस्तकें और हेल्थ आर्टिकल लिखने में काफ़ी पहले से है ।ज्योति अक्सर अपने विचारों को काग़ज़ पे लाने और सम्मोहक लेख तैयार करने में व्यस्त रहती हैं, और पढ़को को मंत्रमुग्ध करें देती हैं।

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