Home»Blog»डायबिटीज बेसिक्स » डायबिटीज कंट्रोल करने का आसान तरीका – अब घर पे कराएं hba1c टेस्ट और करें डायबिटीज कंट्रोल

डायबिटीज कंट्रोल करने का आसान तरीका – अब घर पे कराएं hba1c टेस्ट और करें डायबिटीज कंट्रोल

4.3
(4)

टाइप 2 डायबिटीज एक ऐसी कंडीशन है जहां आपके ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है और आप इंसुलिन प्रतिरोध विकसित करते हैं। इंसुलिन प्रतिरोध तब होता है जब आपका शरीर इंसुलिन के लिए ठीक से प्रतिक्रिया करने में सक्षम नहीं होता है, जिससे यह एनर्जी के लिए आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से ग्लूकोस को पूरी तरह से उपयोग करने में असमर्थ हो जाता है।नतीजतन, चीनी आपके रक्त में बनी रहती है और अंततः एक का डायबिटीज निर्माण कर सकती है जो कि बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है । हालांकि, जब टाइप 2 मधुमेह का जल्दी निदान किया जाता है, तो यह स्थिति पूरी तरह से प्रतिवर्ती होती है, और कई लक्षणों और जटिलताओं से बचा जा सकता है। इस ब्लॉग में आपको कैसे घर पे कराएं hba1c टेस्ट के बारे में पता चलेगा।

Free Doctor Consultation Blog Banner_1200_350_Hindi

घर पे कराएं hba1c टेस्ट

जानिए कैसे घर पे कराएं hba1c टेस्ट और कैसे करें अपनी डायबिटीज कंट्रोल इसके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है:

समझदार जीविका (खासकर आहार में)

पोषण हम सभी के लिए स्वस्थ जीवन की कुंजी है; हालाँकि, यदि आपको मधुमेह, रक्तचाप या थायरॉयड जैसी पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो स्वस्थ भोजन करना आवश्यक हो जाता है। यदि आप अपने टाइप 2 मधुमेह को रिवर्स करने के लिए इच्छुक हैं, तो आपको अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट से बचकर संतुलित पोषण का पालन करना होगा।

जी हां, फैट आपके लिए मददगार हो सकता है! अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए अधिक अनसैचुरेटेड फैट खाएं। अनसैचुरेटेड फैट, जो कमरे के तापमान पर तरल होते हैं, स्वस्थ फैट के रूप में माने जाते हैं क्योंकि वे रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं, सूजन को कम कर सकते हैं, हृदय की लय को सामान्य कर सकते हैं और कई अन्य कार्य कर सकते हैं। अनसैचुरेटेड फैट ज्यादातर पौधे आधारित खाद्य पदार्थों जैसे वनस्पति तेल, नट और बीज में पाए जाते हैं।

सबके लिए हर रोज हॉस्पिटल जाना शुगर टेस्ट कराना मुश्किल होता है इसलिए अब घर पे कराएं hba1c टेस्ट जिससे आपको अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें: पैदल चलने के फायदे, जो है आपकी सेहत के साथ डायबिटीज के लिए भी है फायदेमंद

नियमित व्यायाम

सक्रिय रहना आपके शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है (हार्मोन जो आपके शरीर में कोशिकाओं को ऊर्जा के लिए ब्लड शुगर का उपयोग करने की अनुमति देता है), जो मधुमेह प्रबंधन में सहायता करता है। शारीरिक गतिविधि भी ब्लड शुगर के नियमन में सहायता करती है और हृदय रोग की संभावना को कम करती है। इसके अलावा, व्यायाम आपको स्वस्थ वजन बनाए रखने में भी मदद करेगा।

जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपका शरीर कुछ ऐसे हार्मोन छोड़ता है जो आपको खुश महसूस कराते हैं और बेहतर नींद लेते हैं। आप पैदल चलना, जॉगिंग, तैराकी से शुरू कर सकते हैं और बाद में कसरत को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: डायबिटीज के लिए कौनसे योग करें और कैसे करें?

बीटो केयर प्रोग्राम क्या है

बीटओ कॉम्प्रिहेंसिव डायबिटीज केयर प्रोग्राम वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हैं और टाइप 2 डायबिटीज और प्री-डायबिटीज वाले लोगों को डायबिटीज रिवर्सल की यात्रा शुरू करने में मदद करते हैं। अकेले वजन घटाने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, प्रोग्राम टाइप 2 मधुमेह और प्रीडायबिटीज के मूल कारणों को संबोधित करता है, जो कार्बोहाइड्रेट असहिष्णुता और इंसुलिन प्रतिरोध हैं, ताकि आप अपने चयापचय स्वास्थ्य को प्रभावी ढंग से सुधार सकें।

बीटो केयर प्रोग्राम की प्रमुख विशेषताएं जो कि सदस्यों को इस प्रोग्राम में जुड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं उनमें प्रमुख रूप से डायबिटीज विशेषज्ञों द्वारा वर्चुअल परामर्श, विशेषज्ञों द्वारा प्रेषित की गई डायबिटीज, बीपी, एवम कोलेस्ट्रॉल की सभी दवाएं बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के सदस्यों को घर पर पहुंचाई जाती है। इसके साथ-साथ डायबिटीज केयर कोचेस एवं डाइटिशियन के माध्यम से डाइट काउंसलिंग एवं मॉनिटरिंग के लिए ग्लूकोमीटर एवं ग्लूकोस्ट्रिप्स इस प्रोग्राम में शामिल की गई हैं| मास्टर शेफ के फाइनलिस्ट एवम बीटों लैब द्वारा डिजाइन की गई डायबिटीज के अनुकूल स्थानीय रेसिपीज सभी सदस्यों को प्रदान की जाती है ।सार्थक जीवन शैली में मदद हेतु बीटों के योगा थैरेपिस्ट एवं ब्रेथवर्क कोच द्वारा एक्सक्लूसिव योगा कोर्स भी इस प्रोग्राम में शामिल किया गया है

यह भी पढ़ें: गोजी बेरी – जानिए इस सुपर फूड के अदभुत लाभ

hha1c

2019 में महाराष्ट्र के कोल्हापुर की 41 वर्षीय श्रीमती दीपा काम्बले में टाइप टू डायबिटीज पाई गई| वे अपने डायबिटीज नियंत्रण के उचित परामर्श के लिए परेशान हो रही थी| मार्च में वह बीटो के डायबिटीज केयर प्रोग्राम से जुड़ गई| मार्च में उनका hba1c 11.5 फीसदी था जो जून में 7.9 फीसदी आ गया| वह प्रतिदिन 42 यूनिट इंसुलिन लेती थी जो अब पूरी तरह से बंद हो गया है| उनके अनुसार बीटो का डायबिटीज केयर प्रोग्राम “मां के जैसा” है जो दिन के हर मिनट पर उनका ध्यान रखता है| वह अपने खाने की प्लेट भी अपनी डायबिटीज कोचेस को भेजती है एवं बीटों की व्यक्तिगत डायबिटीज कोचेस उनका विश्लेषण करने के बाद उन्हें खाने एवं जीवन शैली के बारे में मार्गदर्शन देती है।

यह भी पढ़ें: डायबिटीज के प्रकार

उम्मीद है कि इस ब्लॉग की मदद से आपको घर पे कराएं hba1c टेस्ट और कैसे डायबिटीज कंट्रोल करें के बारे में पता चल गया होगा। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही महत्पूर्ण जानकारी और एक सही डायबिटीज मैनेजमेंट के बारे में जानने के लिए,ऑनलाइन ग्लूकोमीटर खरीदनेयाऑनलाइन हेल्थ कोच कंसल्टेशनबुक करने के लिएBeatOके साथ बने रहिये।

डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 4.3 / 5. Vote count: 4

No votes so far! Be the first to rate this post.

We are sorry that this post was not useful for you!

Let us improve this post!

Tell us how we can improve this post?

Jyoti Arya

Jyoti Arya

एक पेशेवर आर्टिकल राइटर के रूप में, ज्योति एक जिज्ञासु और स्व-प्रेरित कहानीकार हैं। इनका अनुभव चर्चा-योग्य फीचर लेख, ब्लॉग, समीक्षा आर्टिकल , ऑडियो पुस्तकें और हेल्थ आर्टिकल लिखने में काफ़ी पहले से है ।ज्योति अक्सर अपने विचारों को काग़ज़ पे लाने और सम्मोहक लेख तैयार करने में व्यस्त रहती हैं, और पढ़को को मंत्रमुग्ध करें देती हैं।

Leave a Reply

Index